डॉन रिपोर्टर, उज्जैन।
ये हैं देश के जाने-माने डेरिंग आईपीएस विपिन कुमार माहेश्वरी। वर्तमान में ये मध्यप्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के प्रमुख हैं।
(डेरिंग आइपीएस वीके माहेश्वरी)
इसके पहले एंटी टेररिस्ट एस्क्वाड (ATS) प्रदेश चीफ रहकर इन्होंने देश के प्रतिबंधित संगठन सिमी सहित विदेशी अन्य आतंकी संगठनों के आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है व आमने-सामने तैनात रहकर कई मुठभेड़ों में धूल चटा, उन्हें इस्पाती जेलों की सलाखों में धकेला है। फिर भी इस ठग की हिमाकत देखो कि उसने इनके नाम पर ही ठगी की वारदात को अंजाम दे दिया। फिलहाल ठगी की वारदात में अपने नाम के इस्तेमाल होने की जानकारी लगने पर एसटीएफ प्रमुख माहेश्वरी की सक्रियता के ही चलते उज्जैन एसटीएफ ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
एसटीएफ एसपी गीतेश कुमार गर्ग के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी ज्योतिर्मय उर्फ ज्योति पिता रामेश्वर विजयवर्गीय निवासी 47 सरदार पटेल मार्ग बजरंगपुर देवास व हालमुकाम 403 कारनेशन शालीमार टाउनशिप इंदौर है। रविवार सुबह इसे गिरफ्तारी में लिया गया। इसके खिलाफ टोल प्लाजा कर्मी फरियादी जितेंद्रकुमार जाट की रिपोर्ट पर भोपाल एसटीएफ थाने में आईपीसी की धारा 170, 419 व 420 के तहत मुकदमा दर्ज था।
(गिरफ्तार आरोपी ज्योतिर्मय विजयवर्गीय)
ट्रू-कॉलर प्रोफ़ाइल में सेव करवा रखा था आईपीएस वीके माहेश्वरी नाम
एसटीएफ एसपी गर्ग के मुताबिक प्रारंभिक पूछताछ से पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी विजयवर्गीय शातिर ठग है। वह लग्जरी वाहन से घूमता है। ट्रू-कॉलर प्रोफ़ाइल में उसने अपने मोबाइल नंबर पर आईपीएस वीके माहेश्वरी नाम सेव करवा रखा है। जिस पर उसके द्वारा लगाए कॉल से सामने वाले को अपने मोबाइल पर आईपीएस वीके माहेश्वरी नाम दिखाई देता था। सामने वाले द्वारा फोन उठाने पर ये आईपीएस माहेश्वरी बन रौब झाड़ता था और ठगी की वारदातों को अंजाम देता था। उक्त टोलप्लाज पर भी इसने आईपीएस माहेश्वरी बन कर्मचारी जाट पर रौब झाड़ा और बिना टोल दिए गाड़ी निकालने को लेकर धमकी दी। एसपी गर्ग के मुताबिक आरोपी विजयवर्गीय से लग्जरी गाड़ी सहित इंदौर, देवास, सहित प्रदेश के अन्य जिलों में आईडीबीआई, यश बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एचएसबीसी एडवांस, एक्सिस बैंक, पंजाब नेशनल, बैंक ऑफ इंडिया सहित अन्य बैंकों की कुल 117 चेकबुक में से कुल 2345 चेक बरामद किए गए। इनमें 75 चेकबुक आरोपी विजयवर्गीय के नाम इश्यू हैं जबकि 35 चेकबुक उसकी पत्नी स्मिता व 7 चेकबुक उसकी पुत्री अवनी के नाम इश्यू हैं। आरोपी ने इन्हीं चेकों के आधार पर इंदौर निवासी राजीव आर्य से उसकी लग्जरी कार हड़पी थी। जिस चेक बाउंस होने पर प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। साथ ही उसके खिलाफ मुंबई व उज्जैन के इंगोरिया थाने में धोखाधड़ी, साजिश रचने सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज है व इंदौर के लसूड़िया थाने में महिला से छेड़छाड़ व जान से मारने की धमकी का मुकदमा भी दर्ज है।आरोपी से पूछताछ की जा रही है। जिस पर पूछताछ के बाद और भी खुलासों की बड़ी उम्मीद है।
गिरफ्तारी में इनकी विशेष भूमिका
निरीक्षक दीपिका शिंदे, एसआई जेएस परमार, एएसआई देवेंद्रसिंह कुशवाह, एलएन जाट, हेडकांस्टेबल बजरंग कुमार, कांस्टेबल सुनील झा, संजय शुक्ला, धर्मेंद्र बडोलिया, राजपाल सिंह राठौर, पुष्पेन्द्र यादव, राजेन्द्र परिहार, मनीष राठौर व कांस्टेबल पूनमचंद यादव। एसपी गर्ग के मुताबिक आरोपी विजयवर्गीय की गिरफ्तारी में इस सभी की विशेष भूमिका है।