डॉन रिपोर्टर, उज्जैन।
यूपी के कानपुर जिले में एक डीएसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों के हत्यारे कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को गुरूवार सुबह करीब 8 बजे उज्जैन में विश्वविख्यात महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया। वह वाकई में दर्शन करने के लिए उज्जैन आया था या फिर एनकाउंटर से बचने के लिए उसने ही अपने सरेंडर की मंदिर परिसर में कोई कहानी रची। इस सहित अन्य सभी छिपी हुई जानकारी का पता लगाने के लिए उज्जैन आईजी राकेश गुप्ता, डीआईजी मनीष कपूरिया, एसपी मनोजसिंह, एएसपी अमरेंद्रसिंह सहित अन्य अधिकारी उससे किसी गोपनीय स्थान पर तगड़ी पूछताछ कर रहे हैं।
कुख्यात गैंगस्टर के महाकाल मंदिर परिसर से पकड़े जाने की खबर कईं तरहों से ब्रेक की गई लेकिन हकीकत में वह कैसे पकड़ाया। इसकी सच्ची खबर डेरिंग ऑफ न्यूज प्रकाशित कर रहा है। पढ़े कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के महाकाल मंदिर से पकड़े जाने की सच्ची खबर।
सिविल ड्रेस में सबसे पहले एसपी सिंह पहुंचे थे मंदिर
गुरुवार सुबह करीब 7 बजे होमगार्ड प्लाटून कमांडर व महाकाल मंदिर सुरक्षा अधिकारी रूबी यादव के पास फोन पहुंचा कि मैडम मंदिर में गैंगस्टर विकास दुबे जैसा व्यक्ति दर्शन करने के लिए आया हुआ है। जिस पर उन्होंने कहा कि उस पर कढ़ी नजर रखे मैं खुद आती हूं। उन्होंने ये जानकारी तत्काल एसपी मनोजसिंह को दी। एसपी मनोजसिंह ने कहा कि मैं ऑफीसर मैस में ही हूं। आप तत्काल यहां आ जाए। साथ में ही महाकाल मंदिर चल तस्दीक करते हैं। सुरक्षा अधिकारी रूबी यादव अपनी निजी कार से ऑफीसर मैस पहुंची और एसपी सिंह को साथ लेकर फिर महाकाल मंदिर पहुंची। तब तक महाकाल मंदिर की सुरक्षा एजेंसी एसआईएस (सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विसेस) के निजी सुरक्षाकर्मी रवि योगी, धर्मेंद्र परमार, राहुल शर्मा, अर्जुन आंजना व मोहित शर्मा ने पूछताछ के इरादे से उसे घेरकर रख रखा था। मंदिर जाकर सबसे पहले सुरक्षा अधिकारी यादव ने उससे पूछताछ की। जिस पर गैंगस्टर विकास दुबे ने अपना नाम शुभम बताया और दिल्ली से आकर दर्शन करने का बताया। आईडी कार्ड मांगने पर उसने जेब से आई कार्ड निकाल कर दिया तो वह आईडी कार्ड किसी नवीन पाल के नाम से था। इसके बाद उसे पकड़कर महाकाल थाने लाया गया। जिस दौरान कुख्यात गैंगस्टर दुबे को पकड़कर थाने लाया गया। उस दौरान एसपी सिंह महाकाल मंदिर परिसर में ही मौजूद थे। इसके बाद सुबह करीब 9 बजे खबरें ब्रेक होना शुरू हुई की कुख्यात गैंगस्टर दुबे महाकाल मंदिर से गिरफ्तार हुआ। महाकाल मंदिर से पकड़कर गैंगस्टर दुबे को महाकाल थाने लाया गया और इसके बाद नरवर थाने ले जाया गया। जहां आईजी गुप्ता, डीआईजी कपूरिया, एसपी सिंह व एएसपी अमरेंद्रसिंह ने उससे करीब दो-तीन घंटे पूछताछ की। जब ये जानकारी फैलने लगी तो उसे नरवर थाने से उठाकर किसी गोपनीय स्थान पर ले जाया गया। बताया जाता है कि मक्सी रोड स्थित पीटीएस (पुलिस ट्रेनिंग स्कूल) में उससे पूछताछ की जा रही हैं। अधिकृत जानकारी के लिए आईजी गुप्ता, डीआईजी कपूरिया, एसपी सिंह व एएसपी सिंह को कई कॉल किए गए लेकिन लगभग सभी के मोबाइल नॉट रिचेबल बताते रहे।
(नोट- जानकारी अतिविश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक)
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ये जानकारी पता लगाने में जुटे
- क्या कुख्यात गैंगस्टर दुबे ने यूपी पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए खुद ही महाकाल मंदिर में साजिश रच सरेंडर की कहानी रची।
- उज्जैन में क्या उसका कोई करीबी रिश्तेदार है या फिर उज्जैन के किसी बदमाश का कानपुर से कोई नाता हैं।
- पुलिस एनकाउंटर से बचाने के लिए किसी ने महाकाल मंदिर परिसर में उसके सरेंडर की कहानी तो नहीं गढ़ी।
- जब वह एक डीएसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या कर सकता है तो फिर निजी सुरक्षाकर्मियों के चंगुल में कैसे उलझ गया।
- क्या वह ये जानता था कि कोई भी पुलिसकर्मी उसे देखकर महाकाल मंदिर में गोली नहीं चला सकता इसलिए ही उसने स्थानीय शुभचिंतकों की मदद से मंदिर परिसर में ही सरेंडर करने की कहानी बनाई।
-इन सहित अन्य सभी छिपी जानकारी का पता लगाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उससे गोपनीय स्थान पर पूछताछ कर रहे हैं।