डॉन रिपोर्टर, उज्जैन।
जिले क्या दुनिया में कहीं भी कैसा भी अपराध हो वह पहुंचता पुलिस के पास ही है। यहां हम दुष्कर्म अपराध के दो एक जैसे किस्से आपके सामने रखेंगे। जिसमें एक आरोपी पुलिस विभाग में एसआई है और दूसरा आरोपी निर्माण ठेकेदार है।
पुलिस के एसआई पर दुष्कर्म की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई। अब पुलिस ही उसकी गिरफ्तारी में निकल भी चुकी है लेकिन पुलिस विभाग से इतर निर्माण ठेकेदार के खिलाफ पीड़ित एक विवाहिता करीब 4 माह से पुलिस के चक्कर काट रही है पर अब तक आरोपी के खिलाफ ठोस क्या कोई नर्म कार्यवाही भी नहीं की गई। इसलिए ही खबर की हेडिंग दी गई है कि- अपने एसआई को केस में झोंका लेकिन ठेकेदार को बचने का दे रहे भरपूर मौका, विवाहिता की इज्ज़त तार-तार करने वाला ये दुष्कर्मी अभी भी बिना एफआईआर के बेखौफ रहा घूम
विवाहिता की इज्ज़त तार-तार करने वाला ये आरोपी साजिद एहमद पिता सुल्तान एहमद निवासी बिलोटीपुरा है। ये हम नहीं कह रहे बल्कि मुनिनगर निवासी पीड़ित विवाहिता सुनीता (परिवर्तित नाम) ने खुद उसकी लिखित शिकायत 11 फरवरी को उज्जैन आईजी कार्यालय में की थी। जिस पर इसी लिखित शिकायत के आधार पर पीड़ित महिला के 18 फरवरी को नानाखेड़ा थाने पर पुलिस बयान हुए थे। अपने इन बयानों में पीड़ित महिला ने करीब 9 वर्षों में कई बार कभी धमका कर तो कभी उसकी बेरंग जिंदगी को खुशनुमा बनाने का दावा कर तो कभी शादी का झांसा देकर अपने साथ घटी दुष्कर्म की दर्द भरी दास्तान बयां की थी और दुष्कर्म से जन्मी अपनी 7 साल की मासूम बच्ची के नाम का जिक्र भी किया था। बावजूद आरोपी साजिद एहमद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए वह अभी भी इधर-उधर ठोकर खा रही है और आरोपी कॉलर ऊंची कर दुनिया को ये मैसेज दे रहा है कि यदि जेब में माल हो तो चाल, चरित्र और चेहरे वाले मुखोटे साथ लेकर दुष्कर्म जैसे संगीन अपराध में एफआईआर से कैसे बचा जा सकता है।
महिला आरक्षक से दुष्कर्म के आरोप में इस एसआई के खिलाफ एफआईआर
चिमनगंज थाना पुलिस ने मंगलवार रात एसआई जीएस मंडोत के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। एसआई मंडोत पर आरोप है कि उन्होंने कुछ साल पहले बड़नगर थाने में पदस्थ रहते देवास में पदस्थ महिला आरक्षक के साथ दोस्ती कर वह उसे शादी का झांसा देकर दुष्कर्म को अंजाम दिया था। महिला आरक्षक द्वारा ये लिखित शिकायत भी उज्जैन आईजी कार्यालय में की गई थी। जिस पर इस शिकायत के बाद एसआई मंडोत को सबसे पहले भटपचलाना थाने के प्रभारी पद से हटाकर लाइन अटैच किया गया और अब उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई।
इनका कहना
संभवतः दो-तीन दिन में एफआईआर दर्ज कर ली जाएगी।
- मुनेंद्र गौतम, एसआई नानाखेड़ा (ये कथन दिए हुए ही उन्हें 8 दिन हो गए, 23 जून को इन्होंने ये कथन डेरिंग ऑफ न्यूज़ को दिए थे )