डॉन रिपोर्टर, उज्जैन।
जिले में बॉडी बिल्डर एसपी सचिन कुमार अतुलकर के रहते 14 नवंबर बालदिवस के मौके पर नागझिरी इलाके से 7 व 5 साल के दो मासूम भाई अचानक से गायब हो गए। जैसे ही ये जानकारी आला अधिकारियों को लगी। पुलिस महकमे में खलबली मच गई। गुरुवार रात 11 बजे से वायरलैस सेट की गूंज शुरू हुई, जो शुक्रवार सुबह खबर लिखे जाने तक भी नहीं थमी। अब तक इन दोनों मासूम भाइयों का कोई सुराग नहीं मिल सका है। फिलहाल इस मामले में नागझिरी पुलिस ने गुरुवार रात 11.50 बजे अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया।
बालदिवस पर ये दो मासूम भाई गायब
बाल दिवस पर गायब दो मासूम भाई सोनू उर्फ नमक (7) व मुकेश उर्फ काली (5) हैं। इनके पिता लाखन सिंह यादव (35) इलाहाबाद गए हुए हैं। गणेशनगर स्थित अपने घर से दोनों भाई गुरुवार सुबह करीब 11 बजे खेलने के लिए निकले थे। वे अक्सर शाम 4 बजे तक लौट आते थे लेकिन इस बार शाम 6 बजे तक नहीं लौटने पर मां गायत्री बाई को चिंता सताई। इधर-उधर परिचितों के तलाश करने पर भी जब वे नहीं मिले तो रात करीब 10 बजे नागझिरी थाने पर रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंची। पुलिस ने भी दोनों भाइयों को खोजने की काफी कोशिश की लेकिन जब वे नहीं मिले तो रात 11.50 बजे मां गायत्री बाई पति लाखनसिंह यादव निवासी गणेशनगर की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ बहला-फुसलाकर अपहरण की धारा 363 के तहत मुकदमा दर्ज किया।
फिरौती के लिए अपहरण की इसलिए नहीं पुलिस को आशंका
नागझिरी थाना एसआई रोहित पटेल के मुताबिक गायब दोनों मासूम भाइयों के माता-पिता मजदूरी कर अपना गुजर बसर करते हैं। रिश्तेदारी में गमी हो जाने पर लाखनसिंह इलाहाबाद गया हुआ है। उसके कुल 5 बच्चें हैं। जिनमें से दो सोनू और मुकेश गुरुवार सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच गायब हो गए। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर होने पर शायद पुलिस इस प्रकरण को फिरौती के लिए अपहरण से जोड़ नहीं देख रही लेकिन भिक्षावृत्ति व अंग तस्करी के लिए गरीब बच्चों के अपहरण से इंकार भी नहीं कर रही।