डॉन रिपोर्टर, उज्जैन। देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती को आधार मान भाजपा गांधी संकल्प पदयात्रा का आयोजन कर रही हैं। जिस पर उज्जैन दक्षिण और उज्जैन उत्तर विधानसभा क्षेत्र की पदयात्रा को लेकर हाल ही में फ्रीगंज स्थित भाजपा कार्यालय में एक प्रेसवार्ता आयोजित की गई थी।
इस प्रेसवार्ता में रखे गए पदयात्रा के विषय के 6 बिंदु और उज्जैन विकास की दृष्टि से 10 बिंदुओं पर नजर डालेंगे तो सवाल खड़ा हो जाएगा कि 15 साल से प्रदेश में भाजपा की सरकार रहते ये जनप्रतिनिधि शायद आंखों पर कमल का फूल रखकर सोते रहे और अब सत्ता छिन जाने पर भोली-भाली जनता को मूर्ख बनाने के लिए गांधी संकल्प पदयात्रा की नौटंकी करेंगे। प्रेसवार्ता में भाजपा नगर अध्यक्ष विवेक जोशी, महापौर मीना जोनवाल, उज्जैन उत्तर विधायक पारस जैन, दक्षिण विधायक मोहन यादव, मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना, दिनेश जाटवा सहित अन्य भाजपा नेता मौजूद थे। फिलहाल गांधी संकल्प पदयात्रा के नाम पर उज्जैन में ये नौटंकी जारी है।
पहले भाजपा शासन के 15 साल उज्जैन जिले पर एक नजर
दिसंबर 2018 से पहले तक मध्यप्रदेश में 15 साल तक भाजपा की सरकार रही है। जिस पर इस दौरान जिले में 2010 से अब तक उज्जैन शहर में भाजपा की नगर सरकार मौजूद है। वहीं 2005 से 2015 तक जिला पंचायत में भी भाजपा की ग्रामीण सरकार रही। कुल 1158 गांवों की 609 ग्राम पंचायतों के विकास कार्य का जिम्मा जिला पंचायत की ग्रामीण सरकार के पास ही रहता है। वहीं 2013 विधानसभा चुनाव में उज्जैन जिले की सातों विधानसभा सीट पर भाजपा के ही विधायक चुने गए थे। कृषि उपज मंडी, यूडीए, सहकारिता सहित अन्य बोर्डो पर भाजपा नेताओं का कब्जा था। उज्जैन दक्षिण विधानसभा में 2003 से अब तक भाजपा विधायक काबिज हैं। पहले 10 साल तक भाजपा नेता शिवनारायण जागीरदार विधायक रहे और 2013 से अब तक इस विधानसभा में भाजपा नेता मोहन यादव विधायक हैं। 2013 से पहले तक मोहन यादव यूडीए व म.प्र. पर्यटन विकास बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे। उज्जैन उत्तर विधानसभा से भाजपा नेता पारस जैन को विधायक देखते-देखते कई पीढ़ी बूढ़ी हो गई तो कई परलोक सिधार गई वहीं जिस दिन पहली बार विधायक जैन को टिकट मिला होगा यदि इस दिन जिस भी भाजपा कार्यकर्ता ने जन्म लिया होगा वही आज 35 साल की उम्र पार कर चुका होगा। सांसद की बात करें तो 2009 से पहले करीब 25 साल तक भाजपा से डॉ. सत्यनारायण जटिया उज्जैन-आलोट लोकसभा क्षेत्र के सांसद रहे। 2009 में कांग्रेस से प्रेमचंद्र गुड्डू चुनाव जीतकर सांसद बने लेकिन अब वे भी भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। 2014 में फिर भाजपा से प्रो. चिंतामणि मालवीय सांसद बने और 2019 में भाजपा से ही अनिल फिरोजिया सांसद बने। फिरोजिया इसके पहले 2013 से 2018 तक तराना विधानसभा से विधायक रहे थे। वर्तमान में उज्जैन जिले में भाजपा से तीन सांसद हैं। फिरोजिया लोकसभा सांसद हैं और डॉ. जटिया व थावरचंद गेहलोत राज्यसभा सांसद हैं। राज्यसभा सांसद रहते गेहलोद केंद्रीय मंत्री भी हैं। अब ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि भाजपा के इन जनप्रतिनिधियों के पास जिले में ऐसा कोई बूथ, वार्ड या गली-मोहल्ला बचता है कि जहाँ से ये अपनी गांधी संकल्प पदयात्रा निकाल कर आमजन में जागरूकता फैला सके।
इसलिए आंखों पर 15 साल कमल का फूल रखकर सोए और अब जनता को मूर्ख बनाने के लिए पदयात्रा के नाम पर नौटंकी जारी
गांधी संकल्प पदयात्रा को लेकर भाजपा जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रेस में उज्जैन विकास की दृष्टि से कुल 10 में से 5 बिंदुओं को लेते हैं। इससे स्पष्ट हो जाएगा कि 15 सालों तक ये जनप्रतिनिधि आंखों पर कमल के फूल रखकर सोते रहे और अब जनता को मूर्ख बनाने के लिए 20 से 25 अक्टूबर तक उज्जैन दक्षिण व 22 से 24 अक्टूबर तक उज्जैन उत्तर विधानसभा क्षेत्र में नौटंकी की तैयारी में हैं। प्रस्तुत हैं उज्जैन विकास की दृष्टि के महज 5 बिंदु और उनका पोस्टमार्टम....
बिंदु 1- नानाखेड़ा स्टेडियम का निर्माण शीघ्र-अतिशीघ्र हो।
पोस्टमार्टम- 2003 में आई भाजपा की उमा भारती सरकार ने मोहन यादव को उज्जैन विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया था। उनके अध्यक्ष कार्यकाल के दौरान ही नानाखेड़ा स्टेडियम के लिए जमीन का अधिग्रहण किया गया था। अब तक अविकसित ये स्टेडियम नगर निगम वार्ड क्रमांक 48 में आता है। इस वार्ड से भाजपा की मीना जोनवाल और उनके पति विजय जोनवाल 10 साल तक पार्षद रहे और उसके बाद मीना जोनवाल महापौर बन गईं। वर्तमान में भाजपा से संतोष यादव इस वार्ड से पार्षद हैं। इस जमीन के एक हिस्से में एक बड़े कॉम्प्लेक्स का निर्माण हो चुका है। एक हिस्से में नगर निगम द्वारा सिंहस्थ 2016 के दौरान 40-50 लाख रुपए की लागत से समुद्र मंथन का सीन खड़ा किया था। सूत्र बताते है कि जनता की कमाई के 40-50 लाख सरकारी रुपए से ये सीन इसलिए खड़ा किया गया कि उसके पीछे एक भाजपा नेता का निजी काम्प्लेक्स खड़ा हो सके और बिल्डिंग की शोभा बढ़ाने के लिए समुद्र मंथन का सीन मुफ्त में मिल जाए। दिसंबर 2018 तक 15 साल रहे भाजपा के शासन के दौरान मोहन यादव यूडीए व पर्यटन विकास अध्यक्ष रहे और 2013 से वे अब तक इसी क्षेत्र के विधायक हैं। इसीप्रकार इस वार्ड की पार्षद रहीं मीना जोनवाल महापौर हैं लेकिन नानाखेड़ा स्टेडियम की तस्वीर सुधरने की बजाए और अधिक पथरीली व हरे-भरे सालों पुराने वृक्ष विहीन हो गई। बावजूद गांधी संकल्प पदयात्रा के दौरान नानाखेड़ा स्टेडियम का निर्माण शीघ्र-अतिशीघ्र की मांग की जा रही है।
बिंदु 2- विनोद-विमल मिल मजदूरों का बकाया भुगतान तुरंत किया जावे।
पोस्टमार्टम - भाजपा सांसद रहते डॉ. सत्यनारायण जटिया व उज्जैन उत्तर विधायक पारस जैन के कार्यकाल के दौरान ही विनोद, विमल व हीरा मिल बंद हुए थे। भाजपा के 15 साल के शासन के दौरान विधायक जैन करीब 13 साल तक राज्य व केबिनेट मंत्री रहे वहीं सांसद रहे डॉ. जटिया अटल सरकार में करीब 6 साल तक मंत्री रहे वहीं केंद्र की मोदी सरकार के दौरान वे अभी राज्यसभा सांसद हैं और नागदा निवासी राज्यसभा सांसद थावरचंद गेहलोद सामाजिक न्याय मंत्री हैं। बावजूद गांधी संकल्प पदयात्रा निकाल भाजपा के जनप्रतिनिधि विनोद व विमल मिल मजदूरों के बकाया भुगतान तुरंत किए जाने की मांग करेंगे। वे हीरा मिल, श्री फैक्ट्री, सोयाबीन सहित अन्य बंद हुए प्लांट के मजदूरों के बकाया भुगतान की मांग क्यों नहीं करेंगे। ये जानकारी प्रेसनोट में नहीं दी गई है।
बिंदु 3- देवास रोड पर नगर निवेश क्षेत्रों में स्थित सभी आवासीय कॉलोनी क्षेत्रों में एवं संस्थानों में पेयजल की आपूर्ति की जावे।
पोस्टमार्टम - उज्जैन शहर में पेयजल आपूर्ति का जिम्मा नगर निगम के पास है। शहर में अब-तक करीब 10 साल से भाजपा की नगर निगम उज्जैन नगर सरकार है। 54 में से करीब 35 से अधिक वार्डों में भाजपा के पार्षद हैं। 6 जोनों के भाजपा पार्षद अध्यक्ष (वार्ड 3 जान-बूझकर खाली रखा गया) है। 2010 में भाजपा से रामेश्वर अखंड और 2015 में मीना जोनवाल महापौर चुनी गईं। देवास रोड क्या उज्जैन शहर में एक भी रोड ऐसा अछूता नहीं है, जहां 15 साल के शासन में भाजपा के नेताओं व उनके समर्थकों ने कॉलोनी नहीं काटी हो। बावजूद अब ये गांधी संकल्प पदयात्रा के जरिए देवास रोड आवासीय कॉलोनी क्षेत्रों में एवं संस्थानों में पेयजल आपूर्ति की मांग कर रहे हैं।
बिंदु 4-सिंहस्थ क्षेत्र का व्यस्थित प्लान बना करके विकास किया जावे।
पोस्टमार्टम - सिंहस्थ 2016 मेले के दौरान प्रदेश में भाजपा की शिवराज सरकार थी। इस दौरान व्यस्थित प्लान समझाकर सिंहस्थ मेले और विकास कार्य के नाम पर करीब 5 हजार करोड़ रुपए फूंक दिए गए। सिंहस्थ घोषित क्षेत्र होने पर भी भाजपा के कई नेताओं ने यहां अवैध कॉलोनियां खड़ी कर दी। सांवरा खेड़ी व शांति पैलेस पुल के पीछे भाजपा नेताओं की अधिक भूमि होने पर उन्होंने शहर के इस नजदीक क्षेत्र को सिंहस्थ क्षेत्र घोषित नहीं होने दिया। अब इन जमीनों पर भाजपा के कई नेताओं और उनके समर्थकों द्वारा बेखौफ होकर कॉलोनियां काटी जा रही हैं। बावजूद गांधी संकल्प पदयात्रा के जरिए ये सभी भाजपा जनप्रतिनिधि सिंहस्थ क्षेत्र का व्यवस्थित प्लान बना करके विकास किए जाने की मांग कर रहे हैं या फिर करेंगे।
बिंदु 5-शहर की आंतरिक सड़कों का रख रखाव तुरंत किया जावे।
पोस्टमार्टम- सिंहस्थ 2016 के दौरान भाजपा की प्रदेश व उज्जैन नगर-निगम सरकार ने शहर की आंतरिक सड़कों को बनाकर चुस्त-दुरुस्त किया था लेकिन दिसंबर 2018 में प्रदेश में भाजपा की सरकार जाते ही और मई 2019 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा की नगर सरकार ने इन आंतरिक सड़कों को स्मार्ट सिटी के नाम पर जेसीबी से उखड़वाकर फिकवा दिया। जो आंतरिक सड़कें उखड़वाने से बच गई थी। वे घटिया क्वालिटी की होने के कारण तेज बारिस में बह गई। बावजूद गांधी संकल्प पदयात्रा के जरिए भाजपा जनप्रतिनिधि बूथ-बूथ जाकर इन आंतरिक सड़कों के रख-रखाव तुरंत किए जाने की मांग कर रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष वशिष्ठ बोले, 15 साल की सत्ता जाने से बौखला गए हैं भाजपाई
इस बारे में डेरिंग ऑफ न्यूज़ ने नगर निगम कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र वशिष्ठ से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि 15 साल की सत्ता जाने के बाद भाजपाई बौखला गए हैं। कुछ तो ऐसे हैं जो कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए औछी हरकतों पर उतर आए हैं। ये कभी रात के अंधेरे में जाकर विद्युत डीपी का तार खींच देते हैं तो कभी खंबे से जुड़े कनेक्शन वायरों को हेकड़ी से तोड़कर भाग जाते हैं। हालांकि ऐसे कुछ खुराफाती चिन्हित कर लिए गए हैं और कुछ जल्द ही चिन्हित कर लिए जाएंगे। जिन पर जल्द ही तगड़ा कानूनी एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा की नगर निगम सरकार ने स्मार्ट सिटी के नाम पर आंतरिक सड़कें उखाड़वाकर फिकवा दी और अब इन्हीं सड़कों को बनवाने व अन्य कथित विकास कार्य करवाने के नाम पर वह संकल्प पदयात्रा की नौटंकी कर रही हैं।